
वो जिंदगी ही क्या
जिसमे शान न हो
वो साहिल ही क्या
जिसका किनारा न हो
मौत भी तिरंगे में लिपट के आए
वो इतिहास ही क्या
जिसमे नाम तुम्हारा न हो
यही वो धरती है
जहा सुनहरी साम होगी
ये भारत मां
अब जिंदगी तेरे नाम होगी
तूने गोद में खिलाया
हम अपना रक्त बहा देंगे
तेरे सर के लिए
हम जिस्म का ताज बना देंगे
अब हर घर तिरंगा होगा
बस इतना कर देना दोस्तो
मिल जाए अगर कोई गरीब
तो उसकी गोद भर देना दोस्तो